पहले आज को सवारें-1


               हमारे जीवन का      स्वर्णिम कल आज

 पर ही  निर्भर है यदि भविष्य  को उज्जवलमय

 करने की आकॉक्षा   आपके मन में है तो सबसे

 पहले आज को      सवारना होगा    क्योंकि कल के

स्वर्णिम भविष्य के महल की दीवार तो आज है।

 पहले आज को संवारो।बुराई को कल पर टाल दो,

 और भलाई को आज करने को तत्पर हो जाओ ।

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